प्रिय मित्रो,
श्वसन प्रक्रिया (Respiration) एक प्रकृति,natural process है सामान्य रूप से हर कोई एक मिनट में 18 से 20 बार सांस लेता है इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन लेता है और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकालता है यदिव्यक्ति को 3 मिनट तक सांस न लेने दिया जाए तो उसकी मृत्यु हो जाती है।
Asthma या श्वास रोग एक ऐसा रोग है, जिसमें रोगी के फेफड़े में ऑक्सीजन पूरी तरह नहीं पहुंचती रोगी जल्दी जल्दी सांस लेता है और उसे सांस लेने में कष्ट होता है एवं छाती में भारीपन तथा सांस छोड़ते समय एक विशेष प्रकार की आवाज (Wheazing sound) आती है। कभी कभी फेफड़े में बलगम भी जम जाता है फिर उसे सीओपीडी हो जाती है
ऐसी भ्रांति है कि दमा दम के साथ जाता है, यह एक फेफड़े की एलर्जी हैयदि आप अपनी जीवन शैली (Life style) में सुधार करते हैं तो आप का दमा ठीक हो सकता है इसमें आयुर्वेदिक चिकित्सा का उपयोग करें, और योग प्राणायाम करें दमा स्वयं दम तोड देगा आप फेफड़े की इम्यूनिटी को स्ट्रॉग करे आप के फेफड़े जीवन भर अंतिम सांस तक काम करते रहेंगे इसलिए आप अपने प्राणवायु को मालिक समझ कर इसे पकड़े हुए चलना होगा
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DR RK katiyar
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